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Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha ?| Bihari Lal Ka Janam Kab Hua Tha ?

Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha:-

Introduction:-

Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha:- दोस्तों स्वागत है आपका एक बार फिर से आज के इस नए लेख मे जिसमे हम आपको हिन्दी साहित्य के बहुत ही प्रसिद्ध लेखक ‘बिहारी लाल’ के जीवन परिचय के बारे मे जानकारी देंगे. आज हम आपको इस लेख मे ‘Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha’. ‘Bihari Lal Ka Janam Kab Hua Tha’. इनकी भाषा, शैली, रस, छंद, अलंकार और साहित्यिक परिचय के बारे मे जानकारी देंगे, तो जानने के लिए बने रहे हमारे साथ इस लेख मे अंत तक चलिए अब शुरू करते है.

बिहारी लाल का जीवन परिचय ?

दोस्तों रीतिकाल काल के महान कलाकार महाकवि बिहारी लाल का जन्म सन्न 1603 ईo मे ग्वालियर के पास बसुआ गोविन्दपुर नामक गावं मे हुआ था. बिहारी लाल के पिताजी का नाम श्री केशवराय था, ये मथुरा के चौबे ब्राह्मण थे. इनका बचपन बुंदेलखंड मे व्यतीत हुआ. आठ वर्ष की आयु मे बिहारी लाल जी को उनके पिताजी अपने साथ ओरछा (बुंदेलखंड ) ले गए. बिहारी लाल जी के गुरु आचार्य केशवदास थे.

Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha
Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha

बिहारी जी का बचपन ओरछा मे ही बीता. युवावस्था मे ये अपनी ससुराल मे जाकर रहने लगे थे. किन्तु ससुराल मे जो सम्मान बिहारी जी ने सोचा था वैसा नहीं मिला और इसके बाद वह कन्नोज के राजा मिर्जा जयसिंह के दरबार मे चले गए. बिहारी जी राजा को दोहे सुनाते थे और राजा इन्हे एक दोहे की एक स्वर्ण मुद्रा उपहार मे देते थे. बिहारी जी को राजा के दरबार मे पर्याप्त सम्मान मिलता था. कहा जाता है की उस समय राज्य अपनी छोटी रानी के प्रेमपाश मे फंसे हुए थे. वह राज्य की सब चिंता छोड़कर हर समय अपने महल मे ही पड़े रहते थे. तभी बिहारी जी ने राजा के पास एक दोहा लिख कर भेजा.

नहिं पराग नहिं मधुर मधु, नहिं विकास यहि काल।

अली कली ही सौं बंध्यो, आगे कौन हवाल । ।

इस एक ही दोहे ने राजा की आंखे खोल दी. वे ठीक से राज्य की देखभाल करने लगे. दरबारी जीवन मे बिहारी को बहुत ही सम्मान मिला.

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बिहारी लाल जी के मुख्य बिन्दु

नाम (Name)बिहारीलाल चौबे
जन्म (Date of Birth)संवत् 1595 ई./ 1603 ई.
आयु70 वर्ष
जन्म स्थान (Birth Place)ग्वालियर, मध्यप्रदेश
पिता का नाम (Father Name)केशवराय
माता का नाम (Mother Name)ज्ञात नहीं
कर्म भूमिजयपुर एवं मथुरा
पेशा (Occupation )कवि, लेखक
बच्चे (Children)ज्ञात नहीं
मृत्यु (Death)1663 ईस्वी (लगभग)
मृत्यु स्थान (Death Place)ज्ञात नहीं
काव्य भाषाब्रजभाषा
मुख्य रचनाबिहारी सतसई

बिहारी लाल की रचनाएं ?

बिहारी की एकमात्र रचना सतसई (सप्तशती) है. यह मुक्तक काव्य है. इसमें 719 दोहे संकलित हैं. कतिपय दोहे संदिग्ध भी माने जाते हैं. सभी दोहे सुंदर और सराहनीय हैं और बारीकी से देखने पर लगभग 200 दोहे अति उत्कृष्ट ठहरते हैं. ‘सतसई’ में ब्रजभाषा का प्रयोगकिया गया है. ब्रजभाषा ही उस समय उत्तर भारत की एक सर्वमान्य तथा सर्व-कवि-सम्मानित ग्राह्य काव्यभाषा के रूप में प्रतिष्ठित थी. इसका प्रचार और प्रसार इतना हो चुका था कि इसमें अनेकरूपता का आ जाना सहज संभव था. बिहारी ने इसे एक रूपता के साथ रखने का स्तुत्य सफल प्रयास किया और इसे निश्चित साहित्यिक रूप में रख दिया। इससे ब्रजभाषा मँजकर निखर उठी.

इस सतसई को तीन मुख्य भागों में विभक्त कर सकते हैं- नीति विषयक, भक्ति और अध्यात्म भावपरक, तथा श्रृंगारपरक, इनमें से श्रृंगारात्मक भाग अधिक है. कला-चमत्कार सर्वत्र चातुर्य के साथ प्राप्त होता है.

Bihari Lal Ka Janam Kaha Hua Tha

अब सबसे जरूरी बात यह आती है की बिहारी जी का जन्म कब हुआ था, जबकि हम आपको ऊपर इसके बारे मे जीवन परिचय मे बता भी चुके है. मगर हम आपके साथ एक बात शेयर करना चाहते है की जब हमने बिहारी लाल जी के जीवन परिचय को पढ़ने की कोशिश की तो हमे इनके जन्म की तारिक को लेकर 2 तरह की तारिक मिली. एक 1595 ईo और दूसरी 1603 ईo. ऐसे मे यह सवाल यदि आपके किसी Exam मे आता है तब आप इसका सही उत्तर क्या दे पाएंगे. वही सबसे बड़ा सवाल है.

अब इनके जन्म को लेकर यह मतभेद कैसे हुआ वह तो हम नहीं जानते है. मगर यदि आपके पास भविष्य मे कभी भी इससे जुड़ा कोई सवाल आता है तब यह दोनों तारिक ही सही है. आप इन दोनों मे से कोई भी एक लिख सकते है. यदि बात करे बिहारी लाल की मृत्यु के बारे मे तो इनकी मृत्यु 1663 ईo मे हुई थी, जिसमे किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है.

निष्कर्ष:-

दोस्तों आज के इस लेख मे हमने आपको बिहारी लाल जी के जीवन परिचय के बारे मे जानकारी दी है. आपको बता दे की बिहारी लाल जी उन लेखकों मे से है जिनका जीवन बहुत ही ज्यादा कटु था, बहुत ही ज्यादा संघर्षशील था. भले ही बिहारी जी ने ज्यादा न लिखा हो मगर जितना भी लिखा वह गागर मे सागर के समान है. सच्चाई है हकीकत है. आशा करते है आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई होगी, कुछ नया जानने और सीखने को मिला होगा तो आप हमे कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताए और आगे भी इसी तरह के लेख को पढ़ने के लिए आते रहिएगा, धन्यवाद.

FAQ:-

Q-1:- बिहारी लाल का जन्म कब हुआ ?

बिहारी लाल जी का जन्म सन्न 1595 ईo/1603 ईo मे हुआ था. यदि यह प्रश्न आपके पेपर मे पूछे जाता है तो इन्हें से किसी एक को आप लिख सकते है.

Q-2:- बिहारी का पूरा नाम क्या है?

बिहारी जी का पूरा नाम बिहारीलाल चौबे था और यह रीतिकाल के प्रसिद्ध कवि थे.

Q-3:- बिहारी लाल के दरबारी राजा कौन थे?

कन्नोज के राजा मिर्जा जयसिंह

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