प्रायोगिक अभिलेख पुस्तिका एवं मौखिकी। Prayogik Abhilekh Pustika Avn Maukhik ?
Prayogik Abhilekh Pustika Avn Maukhik: प्रयोगिकी अभिलेख एक ऐसा तरीका होता है, जिसमे आपको चीजों के प्रयोग कैसे करे, उसके बारे में step by step guide किया जाता है और वही हम मौखिकी की बात करे तो इसमें आप मुहं के जरिये बोल कर प्रस्तुत करते है, जिसको मौखिकी भाषा के नाम से जानते है.
जैसा की आप सभी को पता ही है की डिजिटल युग के चलते हमारे देश में काफी बदलाव हुए है, जिस कारन समय के साथ ही साथ हमारी भाषा में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहे है और हमारे सामने कुछ खास ऐसे words आ जाते है, जिसके बारे में समझना मुश्किल हो जाता है.
उन्ही शब्दों में से एक प्रायोगिक अभिलेख पुस्तिका एवं मौखिकी भी है, जोकि आज के बहुत से स्टूडेंट्स को नहीं पता है तो ये पोस्ट खास उनके लिए ही है. जहाँ पर हम आपको बारीकी से प्रायोगिक अभिलेख क्या है और मौखिकी क्या है और उसके साथ ही साथ दोनों में क्या अंतर है उसके बारे में भी बताएगें. इसलिए आप हमारे साथ इस पोस्ट में शुरू से लेकर अंत तक जरुर बने रहे.
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Prayogik Abhilekh Pustika Avn Maukhik
अगर आप प्रयोगिक अभिलेख और मौखिक भाषा को लेकर कंफ्यूज है तो आप निचे दी गयी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़े, अगर आप इस जानकारी को ध्यान से नहीं पढोगे तो आप सार, शब्दावली और बोली को लेकर कंफ्यूज ही हो जाओगे, क्युकी ये सभी एक दुसरे से काफी मिलती जुलती है.
प्रायोगिक अभिलेख क्या है ?
प्रायोगिक अभिलेख एक तरीका है, जिसकी मदद से हम अपनी जानकारी को एक दुसरे के साथ शेयर कर पाते है. यानि की ये एक लिखित दस्तावेज होता है, जिसमे चीजों के इस्तेमाल कैसे करे, उसके बारे में step by step guide किया जाता है, जिस प्रकार से आपको Techfdz.Com guide करता है.
अगर हम इसको आसान शब्दों में कहे तो जब आप कही डिग्री कॉलेज में या किसी के under इंटर्न करते हो, docter या वकील बनने के लिए और उस समय आपको step by step एक्सपेरिमेंट के साथ सिखाया जाता है तो उसको ही प्रयोगिक अभिलेख कहते है. जैसे की आपको docter बनने के लिए इंजेक्शन कैसे लगाना है और सर्जरी कैसे करनी है आदि.
इन सभी के बारे में आपको लिखित और एक्सपेरिमेंट दोनों तरीके से बताया और सिखाया जाता है. उसको ही प्रयोगिक अभिलेख के नाम से जानते है और रही बात पुस्तिका की तो उसका मतलब एक किताब, जोकि अपने सिखा है और उसकी मदद से एक रिपोर्ट तैयार की है, उसको ही प्रयोगिक अभिलेख पुस्तिका कहते है.
नोट – आपको इस बात का ध्यान रखना है की आप किस फील्ड में हो, और आप क्या सिख रहे हो और अगर आप उसका एक्सपेरिमेंट भी कर रहे हो तो वो एक प्रयोगिकी अभिलेख है. लेकिन याद रहे, प्रयोगिकी अभिलेख किसी भी फील्ड में हो सकते है जैसे की साइंस, वाणिज्य, कंप्यूटर और मेडिकल आदि. इसलिए आप इस बात से कंफ्यूज ना हो.
प्रयोगिकी अभिलेख के समय कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना जरुरी है ?
नोट – ये जानकारी आपके लिए तभी मायने रखती है, जब आप किसी चीज़ के उपर एक्सपेरिमेंट कर रहे हो या फिर किसी थर्ड पार्टी के लिए काम कर रहे हो और आपको सामने वाले को Up-to-Date Records देने है.
- आपको काम का उद्देश्य पता होना जरुरी है की आपने इस प्रयोगिकी अभिलेख को क्यों शुरू किया था.
- आपके एक्सपेरिमेंट में कौन कौन से उपकरण/सामग्री लगी है, उसका डाटा होना जरुरी है.
- प्रयोग करने का तरीका और कौन की चीज़ कितने मात्रा में जरुरी है. उसका भी पता होना चाहिये.
- आपका एक्सपेरिमेंट सफल या असफल हुआ है और क्यों और कैसे, इन सभी चीजों का भी डाटा होना जरुरी है.
ध्यान रखे: आपको अपने जोभी डाक्यूमेंट्स बनाने है आपको उनमे Series By जानकारी ऐड करनी है, अगर ऐसा नहीं करते हो, तो आपके इस प्रयोगिकी अभिलेख का कोई भी फायदा नहीं होगा और कंपनी आपको रिजेक्ट कर सकती है.
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मौखिकी क्या है ?
भाषाओं में मौखिकी भी एक प्रकार की कला व् भाषा है, जिसको हम अपने मौखिक यानि की मुहं के जरिये बोल कर प्रस्तुत करते है. जिसको हम बोली व् भाषा के नाम से भी जानते है लेकिन इनमे स्थिति के हिसाब से बदलाव होते है की कब, कहाँ, और कौन सी मौखिकी भाषा का इस्तेमाल होगा.
मौखिकी में आपको अपने शब्दों के माध्यम से लोगो के सामने अपनी बात प्रस्तुत करनी आनी चाहिए, जिससे की सामने वाले के उपर आपका बेहतर इम्पैक्ट पड़े. इसका मतलब ये भी नहीं की आप भारी भारी शब्दों का इस्तेमाल करे, बल्कि आपको ये देखना है की आप किस व्यक्ति के सामने है उसी की अनुसार आपको अपनी समस्या व्यक्त करनी है.
नोट – मुहं से बोली जाने वाली भाषा को ही मौखिकी के नाम से जानते है, लेकिन आपको सही जगह पर सही शब्द इस्तेमाल करना आना चाहिये.
मौखिकी के लिए कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना जरुरी है ?
अगर आप मौखिकी तरीके का इस्तेमाल करने की सोच रहे हो तो आपको सबसे पहले कौन कौन सी बाते ध्यान रखनी जरुरी है उसके बारे में जान लेना जरुरी है, जोकि हमने आपको निचे पॉइंट्स में बताया है.
- आपको सही और कम शब्दों में अच्छे से समझाना आना चाहिए.
- आपको आपके मौखिकी सम्बंधित विषय के बारे में in-dept जानकारी होनी चाहिये.
- आपको अपने काम के उद्देश्य के बारे में स्पष्ट रूप से पता होना चाहिये.
- अधूरी जानकारी के साथ कभी भी किसी भी पार्टिसिपेंट में भाग न लें, अगर आपको सही जानकारी नहीं है तो आप उसको स्वीकार करे.
- शब्दों का सही से उच्चारण करना आना चाहिये.
- आप किसके सामने अपनी मौखिकी रूप प्रेजेंटेशन दे रहे हो, उसके औदे/पद को ध्यान में रख कर ही अपनी प्रेजेंटेशन तैयार करे.
निष्कर्ष – Prayogik Abhilekh Pustika Avn Maukhik
हमे उम्मीद है की आपको Prayogik Abhilekh Pustika Avn Maukhik या फिर प्रायोगिक अभिलेख पुस्तिका एवं मौखिकी के समय कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना जरुरी है इन सभी बातों के बारे में अच्छे से जानकारी मिल सकी होगी. अगर अभी भी आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई भी सवाल हो तो आप हमसे कमेंट्स में पूछ सकते हो. हम आपके सभी सवालों का जवाब देने में आपकी मदद करेगें.
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