World Radio Day-2019
Hello! Guys इस Post में हम जानेंगे की World Radio Day के बारे में और World Radio Day 13 February को ही क्यों मानते हैं ? और साथ में World Radio Day History के बारे में भी हम जानेंगे।
Contents
World Radio Day 2019-In Hindi
Theme : Dialogue ,Tolerance and Peace
विश्व रेडियो दिवस-13 February
World Radio Day Kab Hai? and About World Radio Day 2019
विश्व रेडियो दिवस, रेडियो को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष 13 फरवरी को दुनियाभर में यह दिवस मनाया जाता है। इंटरनेट के इस दौर में भी रेडियो सूचनाओं का आदान-प्रदान करने और दुनियाभर के लोगों को शिक्षित करने का सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक है। आज भी करोड़ो लोग देश-दुनिया की खबरों से रूबरू होने के लिए रेडियो का इस्तेमाल करते है।
भारत में मन की बात के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो को एक तरह से संजीवनी दी है। रेडियो पर उनका प्रत्येक माह प्रसारित “मन की बात कार्यक्रम ” बहुत लोकप्रिय हुआ। देश के करोड़ो लोग इस कार्यक्रम को रेडियो पर सुनते है। इसके साथ ही रेडियो आज भी लाखों लोगों का मनोरंजन का साधन है।
रेडियो दिवस का इतिहास-History of World Radio Day
रेडियो दिवस को दुनिया भर में रेडियो के प्रति जागरूकता और इतिहास में इसकी भूमिकाओं को याद करने के लिए मनाया जाता है।स्पेनिश रेडियो अकादमी ने 20 फरवरी 2010 को विश्व रेडियो दिवस के रूप में स्थापित करने के लिए औपचारिक अनुरोध के रूप में मान्यता दी थी। 3 November 2011 को UNESCO की जनरल सम्मेलन द्वारा घोषित गया था कि हर साल 13 February को World Radio Day मनाया जायेगा,क्योंकि इसी दिन को 1946 में 13 फरवरी को यूनाइटेड नेशन रेडियो की स्थापना हुई थी। और उसके बाद 13 फरवरी 2012 को पहला “वर्ल्ड रेडियो डे” मनाया गया था।
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Important Facts About World Radio Day
- रेडियो का आविष्कार 1900 में एक इटालियन वैज्ञानिक गुल्येल्मो मार्कोनी ने इग्लैंड से अमेरिका सन्देश भेजकर की थी। लेकिन रेडियो प्रशारण की सबसे बड़ी शुरुआत 24 दिसंबर 1906 की शाम जब वैज्ञानिक रेगिनॉल्ड फेसेंडेन ने अपना वॉयलिन बजाया और अटलांटिक महासागर में तैर रहे तमाम जहाजों के रेडियो ऑपरटरों ने उस संगीत को अपने रेडियो सेट पर सुना।
- भारत में रेडियो प्रसारण की शुरुआत 1923 मद्रास प्रेसीडेंसी क्लब द्वारा किया गया था,परन्तु यह आगे नहीं चल सकी। 1927 में स्थापित रेडियो क्लब बॉम्बे भी 1930 में दिवालिया हो गयी थी। इसके बाद 1936 ‘इंपीरियल रेडियो ऑफ़ इंडिया’ की शुरुआत हुई जो आज़ादी के बाद All India Radio के नाम से विख्यात हुआ।1957 में All India Radio का नाम बदलकर “आकाशवाणी” कर दिया गया। आज आकाशवाणी से 23 भाषाओं और 14 बोलियों में में पुरे देश में प्रसारण की जाती है।
- भारत में रेडियो को लोकप्रिय बनाने में भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु का अहम् योगदान रहा है।
- विश्व रेडियो दिवस 13 फरवरी 2019 को संवाद ,सहिष्णुताऔर शांति के विषय पर आयोजित किया गया था।
2019 विश्व रेडियो दिवस पर ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर Sand artist Sudarshan द्वारा रेडियो को समर्पित एक गजब का कलाकृति तैयार किया गया।
Thanks
सर आपका बहुत ही अच्छा आर्टिकल लिखा है सर मेरा एक ब्लॉग है जिसमें मैं सरकारी योजनाओ से रिलेटेड जानकारी प्राप्त करवाता हु। Click